50 हजार का इनामी बदमाश सुरजीत एनकाउंटर में ढेर

मेरठ- सवित्री देवी व उसके दामाद बबलू हत्याकांड में 50 हजार के ईनामी बदमाश को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस ने मौके से एक तमंचा भी बरामद किया है। घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी, एसपी देहात एसपी क्राइम दलबल के साथ मौके पर पहुंचे मामले की जानकारी की तथा मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।
शनिवार की देर शाम सरूरपुर पुलिस ने 50 हजार के ईनामी सुरजीत पुत्र जगवीर सिंह निवासी ग्राम हसनपुर रजापुर को एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस के अनुसार सुरजीत किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। मामले की जानकारी मिलते ही सरूरपुर एसओ दलबल के साथ बताए घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस जीप को देखकर कुख्यात बदमाश सतर्क हो गया और ईख के खेत में छुप गया। इसी बीच पुलिस ने क्षेत्र में घेराबंदी करते हुए सुरजीत की गिरफ्तारी के लिये प्रयास तेज कर दिया। लेकिन कुख्यात बदमाश ने पुलिस टीम से बचने के लिये फायरिंग कर डाली । वहीं सरूरपुर एसओ व उनकी टीम ने भी जवाबी फायरिंग करनी शुरू कर दी। कुछ देर चली इस मुठभेड़ गांव में अफरा तफरी मच गई। देखते ही देखते कुछ ग्रामीण भी घटनास्थल की ओर आने लगे। इससे पहले की कुख्यात बदमाश भागने की फ़िराक में लगता तभी पुलिस ने जवाबी फायरिंग तेज कर दी। इस एनकाउंटर में 50 हजार के सुरजीत पुत्र जगवीर को ढेर कर दिया।
सरूरपुर पुलिस एनकाउंटर की जानकारी मिलते एसएसपी मंजिल सैनी, एसपी देहात राजेश कुमार, एसपी क्राइम लावा लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे। मौके से पुलिस ने एक अवैध् तमंचा बरामद किया है। पुलिस की माने तो 50 हजार के ईनामी बदमाश ने ही सावित्राी व उसके दामाद की हत्या में अहम भूमिका निभाई थी। जिसकी जांच मेरठ पुलिस लगातार कर रही थी।
ग्रामीणों के अनुसार 50 हजार के इनामी सुरजात पुत्रा जगवीर का अपराध् से पुराना नाता हैं। जब से उसने होश संभाला तब से अपराध् की दुनिया में घुल मिलता गया। धीरे धीरे घटना दर घटना को अंजाम देकर अपना रूतबा कायम करना चाहता था। लेकिन कुख्यात कम समय में बड़ा गैंगस्टर बनाने की जुगात में लगा हुआ था। लूट, हत्या, डकैती करना उसके लिये आम हो गया था। इसकी एवज सुरजात का अपराध से पुराना नाता जुड़ गया। बताया जाता है कि जिस वक्त पुलिस मुठभेड़ हो रही थी तभी बदमाश की ओर से चलाई गोली एसओ के हाथ को छूते हुए निकल गई। गनीमत रही कि गोली एसओ को नहीं लगी। लेकिन हाथ में गोली लगने से वह घायल हो गए। अन्य पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई के बाद निजी अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया। वहीं एसओ की की इस कार्रवाई की पुलिस के अन्य अधिकारियों ने पीठ थपथपाई हैं।

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