पौड़ी/उत्तराखंड – गढ़वाल विश्वविद्यालय की BA की छात्रा को जंगल में पेट्रोल डाल कर जिन्दा जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। इस घटना में छात्रा 70 प्रतिशत जल गई है। छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुँचाया गया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुये उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
बताया जा रहा है कि इस घटना को बंटी नाम के एक टैक्सी चालक ने अंजाम दिया जो कि पौड़ी तहसील के गहड़ गांव का रहने वाला है। छात्रा जब स्कूटी से परीक्षा दे कर अपने गांव वापस लौट रही थी तभी बंटी उसका पीछा करता रहा सुनसान जगह देख कर उसने उसे जंगल मे खींच लिया जहाँ उसने पेट्रोल डाल कर उसे जिंदा जलाने का प्रयास किया। छात्रा ने किसी तरह से अपनी आग को बुझाया, चीखने चिल्लाने पर ग्रमीणों ने उसको जिला अस्पताल पहुँचाया।
अपने बयानों में पीड़िता छात्रा ने आरोपी बंटी का नाम लिया है। आरोपी आसपास के गांव का ही है । बहराल इस पूरे मालमे की पड़ताल जारी है जैसे ही पूरी ओर जानकारी पौड़ी के रिपोर्टर भगवान सिंह देगे आप तक ख़बर की जानकारी दी जाएगी ।आपको बता दे कि पौड़ी जिले की कफोलस्यूं पट्टी के एक गांव की 18 वर्षीय युवती रविवार को बीएससी की प्रयोगात्मक परीक्षा देकर स्कूटी से घर लौट रही थी। रास्ते में गहड़ गांव का मनोज सिंह उर्फ बंटी उसका पीछा करने लगा।
कुछ देर बाद एक सुनसान जगह कच्चे रास्ते पर उसने छात्रा को जबरन रोककर उससे जबरदस्ती करनी शुरू कर दी। छात्रा के विरोध करने पर आरोपी ने उसके ऊपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी और मौके से फरार हो गया।
कुछ देर बाद मौके से गुजर रहे एक ग्रामीण ने छात्रा को जली हुई हालत में रास्ते में पड़ा देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही हरकत में आई पुलिस मौके पर पहुंची और 108 एंबुलेंस की मदद से छात्रा को जिला चिकित्सालय पौड़ी लाई।
यहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर रेफर कर दिया। डॉ.बीपी मौर्य और डॉ.पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि छात्रा करीब 70 फीसदी झुलस गई है।
वहीं, अस्पताल लाते वक्त छात्रा से आरोपी की जानकारी मिलने पर कोतवाली पौड़ी के एसआई ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक पुलिस टीम आरोपी की तलाश में गहड़ गांव रवाना कर दी गई।
जहां से देर शाम पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। कोतवाल पौड़ी मनोज रतूड़ी और तहसीलदार सदर एचएम खंडूड़ी ने बताया कि मौके से स्कूटी और पेट्रोल की बोतल कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।इस घटना ने पूरे उत्तराखंड को सदमे में डाल दिया है ।
रजत देहरादून से