उत्तराखंड के मोबाइल रिकवरी सैल ने खोज निकाले 32 लाख रूपये के 200 स्मार्ट फोन

देहरादून-आज उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय देहरादून में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अनिल रतूड़ी की उपस्थिति में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून में स्थापित मोबाईल रिकवरी सैल द्वारा माह फरवरी/मार्च 2018 में कुल 102 गुमशुदा मोबाईल फोन बरामद कर सम्बन्धित व्यक्तियों को प्रदान किये गये। इससे पूर्व भी उक्त मोबाईल रिकवरी सैल द्वारा माह नवम्बर 2017 से माह जनवरी 2018 तक कुल 98गुमशुदा फोन बरामद कर सम्बन्धित व्यक्तियों को सुपुर्द किये जा चुके हैं।

वर्तमान में आम जनमानस के मोबाईल फोन खोने/ गुम होने की बढती शिकायतों के दृष्टिगत पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड के निर्देशानुसार अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में मोबाईल रिकवरी सैल का माह नवम्बर में गठन किया गया है। जिसमें उत्तराखण्ड के निवासीगण अपने मोबाईल फोन खोने/गुम होने की सूचना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के मोबाईल रिकवरी सैल में दर्ज करा सकते हैं। विगत माह में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के मोबाईल रिकवरी सैल को उत्तराखण्ड व अन्य राज्यों से काफी अधिक शिकायतें प्राप्त हुयी।

उक्त मोबाईल रिकवरी सैल का श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ एवं पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक श्री मारुत साह, साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जो निम्न प्रकार है:-

पुलिस टीम- उप निरीक्षक विनोद चौरसिया

कानि. मनोज बेनीवाल

कानि. पवन कुमार

श्रीमती रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराऱखण्ड द्वारा बताया गया है कि मोबाईल विक्रेता /उपभोक्ता के द्वारा जब भी कोई पुराना/नया मोबाईल फोन खरीदा जाता है तो उस मोबाईल का बिल अवश्य प्राप्त किया जाये जिसमें सम्बन्धित मोबाईल फोन का IMEI नम्बर विशेष रुप से अंकित हो। बिना वैद्य बिल के कोई भी फोन खरीदना/बेचने पर सम्बन्धित के विरुद्ध वैद्यानिक कार्यवाही की जायेगी ।

आम जनता से अपील है कि वह मोबाईल गुम होने की सूचना साईबर क्राइम पुलिस स्टेशन, निकट फायर स्टेशन, गांधी रोड, देहरादून पर स्वयं जाकर या मोबाईल नम्बर-9456591502 पर प्रदान करें। इसके साथ ही आप उत्तराखंड पुलिस तथा साइबर थाना उत्तराखंड के फेसबुक पेज पर भी सूचना प्रदान कर सकते है।

-तसलीम अहमद, हरिद्वार

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