हुनर संस्थान के हुनरबाज़ों ने झारखण्ड में आज़मगढ़ का परचम लहराया: जीते आठ राष्ट्रीय पुरस्कार

आजमगढ़- रंगमंच व ललित कलाओं के लिए समर्पित सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था हुनर संस्थान आज़मगढ़ के हुनरबाज़ों ने उन्नीसवें वे अखिल भारतीय बहुभाषीय नाटक, शास्त्रीय व लोकनृत्य प्रतियोगिता कला संगम गिरीडीह (झारखण्ड ) में आज़मगढ़ का परचम लहराया एवं जीते आठ राष्ट्रीय पुरस्कार। इस राष्ट्रीय नाट्य प्रतियोगिता में अव्यवसायिक रंगमंच को बढ़ावा देने, नई प्रतिभाओ को तराशने, हुनर रंग महोत्सव का पिछले 17 वर्षों से सफल आयोजन करने व नाटकों के लिए सदैव दृढ संकल्पित रहने के लिए सुनील दत्त विश्वकर्मा को स्व. दिगम्बर प्रसाद स्मृति राष्ट्रीय सम्मान में नाट्य श्री की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। नाटकों के व्यक्तिगत वर्ग में गौरव मौर्य को बेस्ट विलेन का द्वितीय, सह अभिनेता का करन सोनकर को द्वितीय, बाल कलाकार का यशी वर्मा को सांत्वना, मंच सज्जा का तृतीय पुरस्कार मिला । वही नृत्य में लोकनृत्य का प्रियांशू सोनकर प्रथम, समूह लोकनृत्य में तृतीय व कैम्प फायर में किशन गुप्ता को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया तथा रंग यात्रा का प्रथम पुरस्कार मिला। इस नाट्य प्रतियोगिता में मणिपुर, ओड़िशा, मुम्बई, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बंगाल, झारखण्ड, बिहार के पन्द्रह दलो के 450 कलाकारों ने प्रतिभाग किया था। कार्यक्रम का आयोजन कला संगम गिरीडीह ने किया था। तेरह सदस्यीय हुनर के कलाकारों की इस उपलब्धि पर डॉ. पीयूष सिह यादव, संस्थान अध्यक्ष मनोज यादव, अजेंद्र राय, हेमंत श्रीवास्तव, डॉ. शशिभूषण शर्मा, रमाकांत वर्मा,विजय सिंह , मनीष रत्न अग्रवाल ने जनपद का मान बढ़ाने के लिये बधाई दी। नाट्य दल में कमलेश सोनकर, अमरजीत विश्वकर्मा, रवि चौरसिया, नेहा वर्मा, काजल सिंह, करिश्मा सिंह शामिल थे।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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