अपराधियों पर नजर के लिए 25 ईगल मोबाइल दस्तों की टीम गठित कर उसे थाना क्षेत्रों में किया रवाना

आजमगढ़ – अपराध की दुनिया से नाता रखने वाले लोगों को अब जेल से छूटने और जमानत पा जाने पर भी सम्भल कर कदम रखने होंगे। रविवार को आजमगढ़ पुलिस ने नए व पुराने अपराधियों पर नजर रखने के लिए जिले में 25 ईगल मोबाइल दस्तों की टीम गठित कर उसे थाना क्षेत्रों में रवाना कर दिया। जिले में प्रत्येक थाने के लिए गठित बाइक सवार 02 जवानो का 25 ईगल मोबाइल दस्तों को डीआईजी विजय भूषण ने रविवार की दोपहर को पुलिस लाइन से हरी झंडी दिखाकर थानों के लिए रवाना किया। इस अवसर पर डीआईजी ने बताया की एसपी आजमगढ़ के निर्देशन में गठित हुए इस विशेष दस्ते का मुख्य कार्य जेल से बाहर आये और जमानत पर छूटे अपराधियों और उनके जमानतदारों पर विशेष नजर रख उनकी सतर्क निगहबानी करना है ताकि उन्हें फिर कोई अपराध करने का साहस और मौका न मिले। एसपी बबलू कुमार ने बताया कि इस दस्ता का नाम ईगल इसलिए रखा गया है ताकि अपराधियों पर गिद्ध की तरह नजर रहे। प्रत्येक दस्ता में दो -दो तेज तर्रार आरक्षी शामिल किए गए हैं। इन आरक्षियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने कहा कि थाने की पुलिस के पास कई तरह के कार्य होते हैं। कार्य की अधिकता के चलते पुराने व नए अपराधियों की गतिविधियों पर वे नजर रखने के लिए समय नहीं दे पाते हैं। इसलिए ईगल मोबाइल दस्ता का गठन किया गया है। इनका कार्य सिर्फ अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही उनका डोजियर तैयार करना है, और उनके सभी गतिविधियों की सूचना समय-समय पर पुलिस अधिकारियों को उपलब्ध कराना है। डीसीआरबी के माध्यम से इस दस्ते की मॉनिटरिंग की जाएगी। ईगल मोबाइल दस्ता के गठन के बाद पुलिस को अपराधियों की जानकारी करने में काफी मदद मिलेगी। ईगल मोबइल दस्ता के गठन होने से जिले के जितने भी अपराधी हैं, उन सभी के गतिविधियों पर पुलिस की न केवल नजर रहेगी।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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