जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास कार्यक्रमों की कार्यशाला सम्पन्न

आजमगढ़- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में सिधारी स्थित राहुल प्रेक्षागृह में विकास खण्ड रानी की सराय, सठियांव, मोहम्मदपुर, पल्हनी तथा तहबरपुर के ग्राम प्रधान,सचिव के साथ विकास कार्यक्रमों की कार्यशाला सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण, जल संरक्षण, तरल,ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मनरेगा, स्वच्छता तथा ग्रामों को पालीथीन मुक्त कराने एवं आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा किया गया। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से कहा कि अपने ग्रामों में गांव के लोगों को मनरेगा के अन्तर्गत लाभान्वित करायें। उन्होने बताया कि 06 पशुओं को रखने हेतु शेड का निर्माण, तरल प्रबंधन, वर्मी कम्पोस्ट, किसानों को खुद के जमीन पर पेड़ लगाने और गड्ढ़ा खोदने और उसका संरक्षण आदि का कार्य मनरेगा से कराया जा सकता है। किसान अपने खेतों में नर्सरी भी मनरेगा के अन्तर्गत लगा सकते हैं। जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को बताया कि कोई भी व्यक्ति जो मनरेगा के अन्दर 90 दिन कार्य कर लेता है तो वह व्यक्ति श्रम विभाग में भी पंजीकरण कराने के लिए पात्र होगा, यदि वह श्रम विभाग में पंजीकरण कराता है तो वह श्रम विभाग द्वारा संचालित 17 योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है। उन्होने कहा कि व्यक्तिगत लाभार्थी को मनरेगा, एनआरएलएम से जोड़ कर उसे लाभान्वित करें, जिससे उस व्यक्ति की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हो सके, तो वह अपने जीवन में सुधार कर सकता है।
उन्होने ग्राम प्रधानों से कहा कि आज हमारे देश के सामने पर्यावरण एक चुनौती का विषय है, हम सिर्फ पर्यावरण के लिए लेख, वार्तालाप आदि तो करते हैं, लेकिन पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वृक्ष नही लगाते हैं। आज वृक्ष न लगने और वृक्षों की अन्धाधुन्ध कटाई से भूमि, जल, हवा से संबंधित चुनौतियां हमारे सामने आकर खड़ी हो गयी हैं। उन्होने ग्राम प्रधानों से अपील किया है कि वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करें, उन्होने जनमानस में वृक्षारोपण के प्रति भाव जागृत करने के लिए निर्देश दिये तथा उनको राष्ट्रीय त्यौहार स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्रता दिवस तथा धार्मिक त्यौहार के साथ-साथ जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी विशेष अवसर पर भी वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि वृक्ष हमारे मित्र हैं, वृक्ष के बिना जीवन सम्भव नही है, इनसे हमे आक्सीजन प्राप्त होता है। उन्होने ग्राम प्रधानों से कहा कि आज के समय में पानी की भयावह स्थिति है, तथा जिसे तेजी से पानी का जल स्तर नीचे जा रहा है, ऐसी स्थिति में हम लोगों को जल संरक्षण को भी युद्ध स्तर पर रोकने की जरूरत है। उन्होने ग्राम प्रधानों से कहा कि अपने ग्रामों में महिलाओं को आजीविका मिशन के अन्तर्गत महिलाओं को समूह से जोड़ें तथा उनको रिवाल्विंग फण्ड उपलब्ध करायें और उनका बैंक से लिंकेज करायें तथा उनको व्यवसाय से जोड़ें। उन्होने तरल,ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में तथा गांवों को पालीथीन मुक्त करने के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, पीडी अभिमन्यु सिंह, डीसी मनरेगा बीबी सिंह, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, डिप्टी सीएमओ डाॅ0 वाई के राय, यूनिसेफ तथा स्वच्छ भारत की टीम सहित ग्राम प्रधान,सचिव आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़

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