नकली करेंसी का व्यापार आजमगढ़ में भी होने का संदेह

आजमगढ़- वाराणसी एटीएस द्वारा मऊ पुलिस के साथ मिल कर जिस नकली करेंसी छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया था उसके मऊ निवासी दो मुख्य आरोपी एटीएस को आजमगढ़ के सठियाँव बाजार में मिले थे जिन्हे गिरफ्तार कर मऊ ले जाया गया था । उनके आजमगढ़ में सक्रिय रहने की सूचना पर जनपद पुलिस भी सचेत हो गयी है। इधर शराब माफियों की गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना प्रभारी रौनापार गिरिजेश सिंह अपने दल के साथ चेकिंग पर थे की शनिवार की रात 9 बजे के लगभग उन्हें मुखबीर से महत्वपूर्ण सूचना मिली। सूचना के अनुसार पुलिस टीम ने दबिश दी तो देशी शराब ठेका रौनापार से 500रू/- की 12 जाली नोट जिनका सीरियल नम्बर 9EA 814621 व 100 की न्यू करेंसी की 27 नोट सीरीयल नम्बर 4AE 333355 तथा 100 की पुरानी 61 नोट सीरीयल नम्बर 2FR 838355 जाली नोट कुल 14,800रू/- व 1 पल्सर सिल्वर कलर नम्बर UP16 AG 0820 व 3 मोबाइल फोन के साथ 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। गिरफ्तार अभियुक्तों में 1. सुभाष यादव पुत्र रामराज यादव निवासी निबिहवा थाना रौनापार आजमगढ़ व 2. राधेश्याम यादव पुत्र चन्द्र देव यादव निवासी आराजी अजगरा मगरवी थाना रौनापार जनपद आजमगढ़ हैं।
इस मामले में एसपी ग्रामीण एन पी सिंह सिंह ने बताया की पकडे गए लोग मऊ जनपद में संचालित रहे नकली करेंसी छापने वाले गिरोह के मॉड्यूल प्रतीत हो रहे है। इस की जानकारी मऊ पुलिस को दे कर वहां से और जानकारी मांगी गयी है।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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