पब्लिक स्कूल के प्रबंधक की हत्या कर सहारनपुर पुलिस को दी एक और बड़ी चुनौती

सहारनपुर -बीती देर शाम बदमाशों ने एक पब्लिक स्कूल के प्रबंधक का पहले तो अपहरण किया और बाद में परिजनों से दो लाख की फिरौती मांगी, लेकिन परिजनों द्वारा पुलिस को सूचित करने की भनक के चलते बदमाशों ने अपहृत की हत्या कर दी।
गौरतलब है कि देर शाम सहारनपुर के बड़गांव स्थित पैरामाउंट पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुभाष राणा पुत्र बिरम सिंह (41 वर्ष) हमेशा की तरह कॉलेज से देर शाम अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने निकटवर्ती गांव बल्लूमाजरा जा रहे थे कि रास्ते में देवबंद-नानौता मार्ग पर गंगनहर के निकट पहले से ही घात लगाकर खड़े बदमाशों ने हथियारों के बल पर सुभाष का मोटरसाइकिल सहित अपहरण कर लिया।
बता दे कि बदमाश इस दौरान इतने बेखौफ थे कि उन्होंने सुभाष के मोबाइल से ही उनके घर दो लाख की फिरौती देने को लेकर एक बार नहीं पांच बार मोबाइल से फोन किया, परंतु किसी अनहोनी घटना से बेखबर सुभाष के परिजनों ने बदमाशों द्वारा की गई फिरौती की मांग की जानकारी पुलिस को दे दी।
बदमाश कितने चालाक थे कि जब उन्हें यह भनक लगी कि सुभाष के परिजनों ने उनकी फिरौती की मांग के बारे में पुलिस को बता दिया, तो बदमाशों ने 5 बार अपनी लोकेशन बदली और अंत में सुभाष के मोबाइल का स्विच ऑफ कर दिया, और जब बदमाशों को यह पक्का कंफर्म हो गया कि अब उन्हें फिरौती की रकम नहीं मिलेगी, तो उन्होंने सुभाष की गोली मारकर हत्या कर दी, वही पुलिस दो लाख की फिरौती की रकम लेकर देर रात तक जंगलों की खाक छानती रही लेकिन बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके ।
बता दें कि आज शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे पुलिस ग्रामीणों को साथ लेकर मोरा गांव के जंगलों में बदमाशों व सुभाष को तलाश रही थी तो उन्हें गोलियों से छलनी हुआ सुभाष का शव मिला। इसके बाद घटना की जानकारी जैसे ही बडगांव क्षेत्र के आस-पास गांवों में पहुंची, तो राजपूत समाज के कई लोग बड़गांव के महाराणा प्रताप तिराहे पर एकत्र हो गए और उन्होंने वहां जाम लगा दिया इसके बाद भाजपा की पूर्व विधायिक शशी बाला पुंडीर, जसवंत सैनी, अजीत राणा, अरुण राणा, ऋषिपाल राणा आदि मौके पर पहुंच गये, प्रदर्शनकारी ग्रामीण मौके पर जिले के उच्चाधिकारियों के आने की मांग कर रहे थे, करीब 3 घंटे के बाद मौके पर डीएम आलोक पांडे, एसएसपी उपेंद्र अग्रवाल, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र और जिले के अन्य आला अधिकारी पहुंचे।
भाजपा नेताओं से बातचीत के बाद डीएम आलोक पांडे ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि 24 घंटे में घटना का खुलासा कर दिया जाएगा और शासन से मृतक के परिजनों को हरसंभव मुआवजा दिलाया जाएगा, इस आश्वासन के बाद ही ग्रामीण शांत हुए और उन्होंने जाम खोला और डेड बॉडी को पोस्ट मार्टम के लिए पुलिस को ले जाने दिया।
रिपोर्ट -सुनील चौधरी,सहारनपुर

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