पूर्व सीएम हरीश रावत ने छोड़ा हरिद्वार का मोह: अब अम्बरीश कुमार व अन्नू स्वरूप के बीच घमासान

रुड़की/हरिद्वार- 2022 की राजनीति को साधने के फेर में जुटे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने, समझा जाता है कि हरिद्वार संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने का इरादा बदल दिया है। अब हरिद्वार सीट पर कांग्रेस टिकट को लेकर पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार और डा. अन्नू स्वरूप के बीच घमासान जारी है। देर शाम यह चर्चा बड़ी रफ्तार से चल निकली थी कि डा. अन्नू स्वरूप का टिकट फाइनल हो गया है। लेकिन कांग्रेसी सूत्रों ने यह समाचार लिखे जाने तक कोई सूची न जारी होने की पुष्टि की थी। अलबत्ता यह इशारा जरूर दिया था कि अन्तिम दौर में प्रतिस्पर्धा इन्हीं दोनों के बीच सिमट गई है।

1989 से लेकर 2009 के बीच लगातार छह लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस को 2009 में हरीश रावत ने हरिद्वार सीट पर जीत दिलाई थी। यहीं से उनके कैरियर को नई दिशा मिली थी और वे पहले केन्द्र में राज्य मंत्री फिर और फिर कैबिनेट मंत्री बने थे।अन्त में कांग्रेस ने उन्हें उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाया था। यह सब घटनाक्रम 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व हो गया था। यही कारण है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी रेणुका रावत को यहां प्रत्याशी बनाया था जो चुनाव हार गई थी। एक बार फिर उम्मीद की जा रही थी कि 2019 में हरीश रावत यहां कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सामने आएंगे।

पिछले छह महीनों में उन्होंने यहां अपने लिए राजनीतिक भूमि गोड़ने का प्रयास किया भी था लेकिन उनके पक्ष में माहौल नहीं बन पाया था। बताया जाता है कि हरीश रावत को किसी मदद का आश्वासन न तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से मिला था और न ही भाजपा प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक का विरोधी खेमा ही उन्हें ऐसा कोई आश्वासन दे पाया था। एक ओर यह निराशा की स्थिति थी, दूसरी ओर नैनीताल सीट पर सूबाई राजनीति में उनकी प्रतिद्वंद्वी डा. इन्दिरा हृदयेश का प्रभाव बढ़ने के हालात पैदा हो गए थे। यह उनकी 2022 की राजनीति के लिये घातक था।

समझा जा रहा है कि सारी स्थितियों को मद्देनजर रखते हुए हरीश रावत ने हरिद्वार सीट पर अपना दावा छोड़कर नैनीताल सीट पर दावा ठोक दिया था। कांग्रेसी सूत्रों के मुताबिक वे यह समाचार लिखे जाने तक नैनीताल सीट पर टिकट के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। दूसरी ओर हरिद्वार सीट पर प्रतिस्पर्धा अम्बरीश कुमार और अन्नू स्वरूप के बीच सिमट गई थी। देर रात्रि माना यह भी जा रहा था कि अन्नू स्वरूप अम्बरीश कुमार को पछाड़ कर टिकट हासिल कर भी सकती हैं। बहरहाल, समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस की सूची जारी नहीं हो सकी थी और यदि हरीश रावत वापिस हरिद्वार सीट की ओर नहीं लौटते तो टिकट अन्नू या अम्बरीश में से किसी एक का पक्का माना जा रहा था।

– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट

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