बसपा अध्यक्ष के ब्यान के बाद पूर्वांचल की राजनीति में आई गर्माहट

गाजीपुर-बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती के प्रेसवार्ता के बाद पूर्वांचल के राजनीति का पारा गरम हो गया है। राजनीतिक पंडित अपने चश्मे से बहन जी के बयान का अलग-अलग तरीके से व्याख्या कर रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर सपा-बसपा गठबंधन का प्रत्याशी लोकसभा 2019 का चुनाव लड़ता है तो गाजीपुर-बलिया सहित पूर्वांचल के सभी लोकसभाओं में गठबंधन की सुनामी आ जायेगी। इसमे बड़े-बड़े दिग्गज बह जायेंगे। मोदी लहर 2014 के लोकसभा के आकड़े के अनुसार गाजीपुर लोकसभा 2014 में बीजेपी के प्रत्याशी मनोज सिन्हा 306929 मत, सपा की प्रत्याशी शिवकन्या को 274477 मत, व बसपा के प्रत्याशी कैलाश नाथ यादव को 241665 मत मिले थे। बलिया लोकसभा में भाजपा के प्रत्याशी भरत सिंह को 359758 मत, सपा के नीरज शेखर को 220324 मत, कौमी एकता दल के अफजाल अंसारी को 163943 मत, बसपा के विरेंद्र पाठक को 141684 मत मिले। आकड़ों के अनुसार मोदी लहर 2014 में भी सपा-बसपा के गठबंधन को भारी बढ़त मिल रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन धरातल पर उतर कर अगर चुनाव लड़ता है तो पूर्वांचल में विरोधियों के लिए सुनामी बन सकती है। इस संदर्भ में भाजपा के पूर्व एमएलसी व भाजपा पिछड़ा वर्ग के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. बाबूलाल बलवंत ने बताया कि भाजपा को नई रणनीति के साथ विपक्षियों का सामना करना पड़ेगा। समय रहते मोदी जी के नेतृत्व में हम लोग नई रणनीति बनाकर सुनामी से लड़ेंगे और एक बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बनायेंगे। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डा. नन्हकू यादव ने बताया कि प्रदेश में एक नये राजनीतिक वातावरण का उदय हो रहा है। हम बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती जी का बयान का स्वागत करते हैं। श्री यादव ने बताया कि अगर सपा-बसपा का गठबंधन 2019 में चुनाव लड़ा तो पूर्वांचल नही पूरे प्रदेश में सुनामी आ जायेगी और भाजपा का सफाया हो जायेगा। बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामप्रकाश गुड्डू ने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती जी के
नेतृत्‍व में 2019 का चुनाव लड़ा जायेगा। बसपा-सपा का गठबंधन लोकसभा चुनाव 2019 में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। जिसमे विरोधी ध्वस्त हो जायेंगे।
-प्रदीप दुबे

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