* पात्र लाभार्थियों ने शासन-प्रशासन से आवास दिलाए जाने की मांग की
फतेहपुर- जनपद के विकासखंड अमौली क्षेत्र मे प्रधानमंत्री आवास योजना भ्रष्टाचार की भेंट चल रहे हैं। प्रदेश सरकार भले ही सबके साथ न्याय कर सबका विकास किए जाने का दम भर रही हो। मगर जमीनी हकीकत कुछ अलग ही दिख रही है। जहां आज भी ग्राम प्रधानों के उपेक्षा के शिकार पात्र लाभार्थी प्रधानमंत्री आवासों से वंचित रह कर टूटी- फूटी झोपड़ियों में निवास कर रहे हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार विकासखंड अमौली की ग्राम पंचायत डिघरुवा के मजरे खानपुर कदीम में गाजी, रशीद,ननका, मेहंदी हसन, राजुल हसन आदि लोग अपनी टूटी-फूटी झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों व आवास विहीन पात्र लाभार्थियों के लिए चलाई जा रही निशुल्क प्रधानमंत्री आवास योजना को अमौली ब्लाक के अधिकारियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। जहां पर चहेते पात्रों को किसी तरह मशक्कत कर पात्र घोषित कर आवास दे दिए जाते हैं। परंतु आवास योजना के पात्र लाभार्थी आज भी दर-दर की ठोकरें खाकर मिट्टी के बने कच्चे मकानों व झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। यदि दिए गए आवास लाभार्थियों की निष्पक्ष जांच करा ली जाए तो पंचायत सचिव से लेकर ब्लॉक के अधिकारियों की पोल खोली जा सकती है। पात्र लाभार्थियों ने भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े प्रधानमंत्री आवास योजना के उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।
खंड विकास अधिकारी कपिल देव का कहना है कि 2011 की पात्रता सूची में जिन लाभार्थियों के नाम है उन्हें आवास दिए जा रहे हैं जिनके छूटे है। उनके नाम सूची में भरकर सम्मिलित कराया जाएगा।