मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 111 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ संपन्न

आजमगढ़- मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय 111 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का शुभारम्भ आईटीआई मैदान में जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी तथा बीजेपी जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में विभिन्न ब्लाकों के ग्राम स्तर पर 111 जोड़ों ने प्रतिभाग किया, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के 08 जोड़ों ने भाग लिया। शामिल हुए जोड़ों के लिए कुल 12 मण्डप बनाये गये थे, तथा अल्पसंख्यक समुदाय हेतु 01 मण्डप बनाया गया था। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम में हर जाति, धर्म के जोड़े शादी के लिए उपस्थित हैं, तथा उनका अपने-अपने धर्म, रिति-रिवाज के अनुसार विवाह संस्कार सम्पन्न कराया जा रहा है। उन्होनेे कहा कि 20 हजार रू0 लड़की के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से भेजा जायेगा, तथा 10 हजार रू0 का सामान तथा 05 हजार रू0 खाने-पीने के लिए व्यवस्था किया गया है। सरकार की तरफ से प्रति जोड़ों को 35 हजार रू0 दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि उपरोक्त के अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा सूटकेस, साड़ी, रिस्ट वाॅच, दीवाल घड़ी, शाल तथा जोड़ों को घर तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गयी है। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत बताया कि इसके पात्रता के लिए कन्या के अभिभावक उ0प्र0 का मूल निवासी हो, कन्या के अभिभावक निराश्रित, निर्धन अथवा जरूरतमंद हों, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत पात्रता हेतु आवेदक के परिवार की आय गरीबी रेखा की सीमा 02 लाख रूपये जो तहसील स्तर से निर्गत हों, के अन्तर्गत होना चाहिए, या जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया हो कि लाभार्थी की स्थिति नितान्त दयनीय व वंचित हो, विवाह हेतु किये गये आवेदन में पुत्री की आयु शादी की तिथि को 18 वर्ष या उससे अधिक होनी अनिवार्य है तथा वर के लिए 21 वर्ष की आयु पूर्ण हो गयी हो, आयु की पुष्टि के लिए स्कूल शैक्षिक रिकार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, मतदाता प्रमाण पत्र, मनरेगा जाॅब कार्ड, आधार कार्ड मान्य होंगे, अनुसूचित जाति/जन जाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के आवेदकों को जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा, विवाह हेतु निराश्रित कन्या, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांग अभिभावक की पुत्री, ऐसी कन्या जो स्वयं दिव्यांग हो, को प्राथमिकता प्रदान की जायेगी तथा निर्धारित आवेदन पत्र ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा शहरी क्षेत्र में नगर निगम/नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत तथा जोनल कार्यालय पर जमा किये जायेंगे। जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम में सहयोग करने वाले स्वयं सेवी संस्थाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में अग्रसेन युवा समाज आजमगढ़ द्वारा सभी 111 जोड़ों को शाल भेंट किया गया तथा भारत विकास परिषद वीरागंना आजमगढ़ शाखा ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत एक जोड़ा मन्जू यादव व मनोज यादव का विवाह कराया तथा उसका पूर्ण खर्च तथा अनेक उपहार भेंट किया तथा इन ग्रीवा प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ द्वारा सभी जोड़ों को दीवाल घड़ी भेंट किया गया। इस अवसर पर विकलांग जोड़ों को ट्राई-साइकिल भी अविरित किया गया।इस कार्यक्रम में बीजेपी जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह, मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार सिंह, प्रधान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह द्वारा अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये गये।जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह का एक और कार्यक्रम में 551 जोड़ों की शादी 23 जनवरी 2019 को करायी जायेगी। उन्होने कहा कि सामूहिक विवाह के योजना अन्तर्गत किसी भी व्यक्ति को सामूहिक विवाह से संबंधित सूझाव देना चाहता है तो वह जिला प्रोबेशन अधिकारी को अपना सूझाव उपलब्ध करा सकता है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी गुरू प्रसाद, अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र सिंह, पीडी दुर्गादत्त शुक्ला, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीडी समाज कल्याण सुरेन्द्र चन्द्र रामजी, उप कृषि निदेशक आरके मौर्य, डीआईओएस वीके शर्मा, डीपीआरओ आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव, बीएसए देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 जितेन्द्र प्रताप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार यादव तथा अन्य संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी, पूर्वांच्चल विकास आन्दोलन के प्रवीण सिंह, रोटरी क्लब, नारी शक्ति, महिला शक्ति, भारत विकास परिषद तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, जोड़ों के परिजन तथा संबंधित ब्लाकों के ग्रामों के ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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