हरियाणा/रोहतक- हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा सन् 2015 में नायब तहसीलदार की रिक्तियों को भरने हेतू आवेदन मांगे गए थे तथा जिसकी परीक्षा 26 मई, 2019 को आयोजित की गई थी लेकिन यह परीक्षा लीक हो गई।
इस परीक्षा को लीक करवाने के 10 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। जिसकी पूरी जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से सार्वजनिक हो चुकी है लेकिन फिर भी हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन ने इस परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया, जोकि लीक होने की वजह से पूरी तरह से असंवैधानिक है। आज इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जिला मजिस्ट्रेट की मार्फत एक ज्ञापन भेजकर परीक्षा को रद्द करवाने की मांग की गई।
नायब तहसीलदार परीक्षा में अभ्यर्थी रही डॉ. अंजली ने मांग की कि जब परीक्षा ही लीक हो गई तो इसका परिणाम देना भी गलत है। नायब तहसीलदार के इन पदों पर दोबारा परीक्षा करवाई जाए ताकि योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके।
वहीं इस परीक्षा के परिणाम की अभी कट ऑफ लिस्ट भी नहीं जारी की गई है, जिससे परीक्षा संदेह के घेरे में आ चुकी है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द कार्यवाही करते हुए उक्त परीक्षा परिणाम को अवैध घोषित करते हुए रद्द करने की मांग की गई है।
– हर्षित सैनी रोहतक